केंद्रीय योजना,साख्यिक और कार्यक्रम कार्यान्वयन व कारपोरेट कार्य राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने शनिवार को मानेसर के सेक्टर 2 में कॉरपोरेट गवर्नेंस रिसर्च एंड ट्रेंनिंग केंद्र की आधारशिला रखी। कॉरपोरेट कंपनियों में कंपनी सचिव उपलब्ध कराने वाली भारतीय कंपनी सचिव संस्थान का हैदराबाद, मुबंई व कोलकाता के बाद यह चौथा व उत्तर भारत का पहला ट्रेंनिंग सेंटर होगा।
केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने उद्घाटन उपरांत अपने संबोधन में कहा कि उत्तर भारत के इस पहले ट्रेंनिंग सेंटर के शुरू होने के उपरांत यहाँ से निकलने वाले अधिकारी निश्चित रूप से हरियाणा के साथ साथ देश की आर्थिक उन्नति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
राव ने भारतीय कंपनी सचिव संस्थान की कार्यप्रणाली का जिक्र करते हुए कहा कि किसी भी देश की उन्नति में उसकी इंडस्ट्रीज का अहम रोल होता है। ऐसे में सभी इंडस्ट्रीज पूरी पारदर्शिता के साथ काम करती रहे यह सुनिश्चित करने के लिए भारतीय कंपनी सचिव संस्थान की ओर से सभी कंपनियों में कंपनी सचिव की नियुक्ति की जाती है। उन्होंने कहा कि कंपनी सचिव सरकार व कंपनी के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी की तरह काम करते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय कंपनी सचिव संस्थान भारतीय कॉरपोरेट्स को विभिन्न कानूनों के विभिन्न पहलुओं में गुणवत्तापूर्ण मार्गदर्शन उपलब्ध करा भारत की आर्थिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह संस्थान के
निरंतर और समर्पित प्रयासों का परिणाम है कि आज भारत के पास सचिवीय मानक और लेखा परीक्षा मानक हैं। उन्होंने कंपनी सचिवों द्वारा खुद को सामाजिक लेखा परीक्षकों के रूप में सूचीबद्ध किए जाने अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि कंपनी सचिव आज के मौजूदा परिवेश में कई प्रकार की जिम्मेदारियों को निभाते हुए विविध भूमिकाएँ निभाने लगे हैं। ऐसे में आने वाले समय में गवर्नेंस प्रोफेशनल्स को देश भर में गवर्नेंस स्ट्रक्चर के सच्चे केयरटेकर की भूमिका निभाने के लिए आगे आना होगा। इस दौरान उन्होंने समर्पित उद्देश्यों वाली दो नई कंपनियों – आईसीएसआई इंटरनेशनल एडीआर सेंटर और इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल ऑडिटर्स का समावेश की भी सराहना की। राव ने कहा कि आजादी के अमृत काल मे भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है। आत्मनिर्भर भारत से विश्व गुरु बनने के इस सफर में बिजनेस इंडस्ट्री का भी महत्वपूर्ण रोल रहेगा।